
बाहुबली फ्रेंचाइज से रातोंरात सुपरस्टार बने इस अभिनेता ने कॅरिअर की शुरुआत में लगातार असफलताओं का सामना किया है
धैर्य, समर्पण और कड़ी मेहनत से मिलती है सफलता
स्टारडम की अगर बात करें, तो वह मुझे साल 2013 की फिल्म मिर्ची से मिला, लेकिन फिर भी बताना चाहूंगा कि बाहुबली फ्रेंचाइज की फिल्मों ने मुझे वास्तविक मुकाम दिलाया। इस सीरीज के लिए मुझे लगभग पांच साल तक कड़ी मेहनत करनी पड़ी जिसमें मैंने तलवार चलाना, घुड़सवारी करना, हाथी की सवारी करना, बुलफाइटिंग सहित बहुत-से काम सीखे। 17 साल के अनुभव से मुझे लगता है कि धैर्य और काम के प्रति समर्पण हो, तो आपको सफलता जरूर मिलती है।
फिटनेस के लिए खेले गेम्स
काम को बेहतर बनाने के लिए मैं शूटिंग खत्म करने के बाद भी रिहर्सल्स करता हूं। वॉलीबॉल मेरा पसंदीदा खेल है। बाहुबली की शूटिंग के दौरान मैंने फिल्म के सेट के पास ही वॉलीबॉल कोर्ट बनवाया था ताकि मैं अपने फेवरेट गेम से जुड़ा रह सकूं और खुद को ताजा रख सकूं। फिल्म की शूटिंग के दौरान यह खेल मुझे फिट और ऊर्जावान बनाए रखता था।
आपकी योग्यता पर निर्भर है सबकुछ
मैं कभी इस बात की चिंता नहीं करता कि कोई और मेरी जगह ले लेगा। मैं मानता हूं कि हमें हमेशा अपनी योग्यता और मेहनत के अनुपात में रिजल्ट्स मिलते हैं। अगर आप अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए मेहनत करते चले जाएंगे, तो कोई वजह नहीं है कि आपको सफलता न मिले। इसलिए जरूरी है कि आप अपना ध्यान छोटी-छोटी बातों से हटाकर अपने लक्ष्य पर ही रखें। जरूरी नहीं कि आपका मनचाहा क्षेत्र आपको अपने कॅरिअर के रूप में मिले, लेकिन आप जिस भी क्षेत्र में काम करें, उसमें अपना बेहतरीन प्रदर्शन करें।
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